जुर्माना माफी के लिए प्रधानाचार्य जी को प्रार्थना पत्र।

Jurmana mafi ke liye pradhanacharya Ji ko prathna Patra.

सेवा में,

आदरणीय प्रधानाचार्य जी,

न्यू रॉकलैंड पब्लिक स्कूल,

नई दिल्ली।

श्रीमान जी,

विषय:– जुर्माना माफी हेतु प्रार्थना पत्र।

सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके स्कूल की कक्षा दसवीं ‘द’ की छात्रा हूँ। कल विद्यालय के समारोह में अपने साथियों के साथ फुटबॉल खेलते समय, फुटबॉल मेरे पैर से लग कर कक्षा दसवीं ‘ब’ की खिड़की पर लग गई और अचानक से खिड़की का शीशा टूट गया। मेरे इस कार्य से कक्षा अध्यापक ने मुझ पर 500 ₹ का जुर्माना लगा दिया है।

मेरे से यह घटना अनजाने में घटी है, मेरा उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी भी चीज को नुकसान पहुंचाना नहीं था। मैं अपने कक्षा में सबसे अनुशासित छात्र हूं, मुझे इस बार खेल समारोह में पुरस्कृत भी किया गया था। मेरे पिताजी एक साधारण टेलर हैं। मैं विद्यालय की छात्रवृत्ति के कारण ही अपनी पढ़ाई कर पा रहा हूंँ, मेरी माता जी घर में हाउसवाइफ हैं। ऐसी स्थिति में मैं जुर्माना देने में असमर्थ हूं।

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि अनजाने में हुई भूल तथा अर्थदंड के लिए मुझे क्षमा कीजिए। अगर आपने मेरा जुर्माना माफ कर दिया तो मैं आपका आभारी रहूंगा।

सधन्यवाद

आपका आज्ञाकारी छात्र

अभिषेक कुमार

दसवीं ‘द’

दिनांक– 1/9/ 2021 

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