NCERT solutions for class 9 Hindi (kshitij) chapter – 8 एक कुत्ता और एक मैना प्रश्न-उत्तर-अभ्यास
लेखक
– हजा़रीप्रसाद द्विवेदी (1907-1930)
प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न संख्या
– 84
Question: 1 गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया?
Answer :
गुरुदेव ने निम्नलिखित कारणों से शांतिनिकेतन को छोड़कर अन्यत्र रहने का मन इसलिए बनाया क्योंकि :–
1. बढ़ती हुई अवस्था के कारण उनका स्वास्थ्य दिन पर दिन बिगड़ता जा रहा था।
2. शांतिनिकेतन में उनसे मिलने वालों की लगातार भीड़ लगी रहती थी , जिससे उन्हें एकांत और आराम करने का अवसर नहीं मिल पाता था। मानसिक शांति और स्वास्थ्य में सुधार के लिए वे तीन ताने वाले श्रीनिकेतन में रहने गये।
Question: 2 मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते। पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
Answer :
मूक प्राणी भी कम संवेदनशील नहीं होते हैं उन्हें भी स्नेह की अनुभूति होती है। पाठ में वर्णित कुत्ते के कुछ प्रसंगों से यह बात स्पष्ट हो जाती है।
1. गुरुदेव के स्पर्श को कुत्ता आँखे बंद करके अनुभव करता है, मानो उसके अतृप्त मन को उस स्पर्श से तृप्ति मिल गई हो, वह विना किसी के बताये गुरूदेव के पास दो मील दूर श्रीनिकेतन पहुँच गया था।
2. गुरुदेव की अन्तिम यात्रा में अन्य लोगों की भाँति कुत्ता भी शामिल हुआ था, वह उनके अस्थिकलश के पास देर तक उदास बैठा रहता था मानो वह भी अन्य लोगों की तरह शोक प्रकट करता हो।
Question: 3 गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक कब समझ पाया?
Answer :
गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी गई कविता के मर्म को लेखक तब समझ पाया, जब उसने मैना के मुख के भावों पर ध्यान केंद्रित किया। उसके सामने मैना की करुण छवि साकार हो उठी। पहले उसने उसके करुण भावों पर ध्यान नहीं दिया था। परंतु कविता पढ़ने के बाद ध्यान दिया तो उसे कविता का ममें भी समझ में आ गया।
Question: 4 प्रस्तुत पाठ एक निबंध है। निबंध गद्य-साहित्य की उत्कृष्ट विधा है , जिसमें लेखक अपने भावों और विचारों को कलात्मक और लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त करता है। इस निबंध में उपर्युक्त विशेषताएँ कहाँ झलकती हैं? किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए।
Answer :
लेखक ने अपने भाव और विचारों को कलात्मक एवं लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त किया है। इस विशेषता को निम्नलिखित स्थानों पर देखा जा सकता है :–
1. आश्रम के अधिकांश लोग बाहर चले गए, एक दिन हमने सपरिवार उनके ‘दर्शन’ की ठानी।
2. दर्शनार्थियों में कितने ही इतने प्रगल्भ थे कि समय-असमय , स्थान-अस्थान , अवस्था अनवस्था की एकदम परवाह नहीं करते और रोकते रहने पर भी आ ही जाते थे। ऐसे दर्शनार्थियों से गुरुदेव भीत-भीत रहते थे। अस्तु , में बाल-बच्चों के एक दिन श्री निकेतन जा पहुँचा।
3. उस समय लँगड़ी मैना फुदक रही थी। गुरुदेव ने कहा “देखते हो , यह यूथ भ्रष्ट है। रोज फुदकती है , ठीक यही आकर मुझे इसकी चाल में एक करुण भाव दिखाई देता है”।
4. पक्षियों की भाषा तो मैं नहीं जानता , पर मेरा निश्चित विश्वास है कि उनमें कुछ इस तरह की बातें हो जाया करती होंगी –
पत्नी- ये लोग यहाँ कैसे आ गए जी ?
पति -ऊँह बेचारे आ गए हैं, तो रह जाने दो। क्या कर लेंगे।
पत्नी-लेकिन फिर इनको इतना तो ख्याल होना चाहिए कि यह हमारा प्राइवेट घर है।
पति- आदमी जो हैं, इतनी अक्ल कहाँ।
5. प्रतिदिन प्रातः काल यह भक्त कुत्ता स्तब्ध होकर आसन के पास तब तक बैठा रहता है , जब तक अपने हाथों के स्पर्श से मैं इसका संग स्वीकार नहीं करता। इतनी सी स्वीकृति पाकर ही उसके अंग-अंग में आनंद का प्रवाह बह उठता है।
पृष्ठ संख्या
– 85
Question: 5 आशय स्पष्ट कीजिए –
इस प्रकार कवि की मर्मभेदी दृष्टि ने इस भाषा हीन प्राणी की करुण दृष्टि के भीतर इस विशाल मानव-सत्य को देखा है , जो मनुष्य , मनुष्य के अंदर भी नहीं देख पाता।
Answer :
आशय गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने अपने कुत्ते को लक्ष्य करके एक कविता लिखी थी। जिसमे कुत्ते का अपने स्वामी के प्रति भक्ति भाव दिखाई देता है। कुत्ता प्रतिदिन अपने स्वामी के पास आता और उसका स्पर्श पाकर अपने को आनंदित करता। कुते का यह मानवीय व्यवहार सच्ची मनुष्यता का परिचय देता है। इस प्रकार कविता के माध्यम से गुरुदेव ने एक मूक प्राणी के प्रति करुणा व मनुष्यता का वह रूप देखा जो मनुष्य अन्य मनुष्य के अंदर नहीं देख पाता।
रचना और अभिव्यक्ति
Question: 6 पशु-पक्षियों से प्रेम इस पाठ की मूल संवेदना है। अपने अनुभव के आधार पर ऐसे किसी प्रसंग से जुड़ी रोचक घटना को कलात्मक शैली में लिखिए।
Answer :
एक गाँव में एक किसान रहता था। उसके पास दो बैल थे। वह अपने बैलों से बच्चों की तरह स्नेह करता था। वह उन्हें अपनी आँखों से दूर नहीं करना चाहता था। उन्हें खाना खिलाकर ही खुद खाता था। एक बार एक बैल बीमार हो गया उसने खाना पीना छोड़ दिया। इस वजह से किसान ने भी खाना पीना छोड़ दिया। किसान का प्यार देखकर बैल की आँखों से आँसू बहने लगे। इससे पता चलता है कि किसान अपने पशुओं से मानवीय व्यवहार करता है। किसान पशुओं से घर के सदस्य की भांति प्रेम करता है और पशु ऐसे स्वामी के लिए जी-जान देने को तैयार रहते हैं।
भाषा अध्ययन
Question: 7 नीचे दिए गए वाक्यों में एक वाक्य में अकर्मक क्रिया है और दूसरे में सकर्मक। इस
पाठ को ध्यान से पढ़कर सकर्मक और अकर्मक क्रिया वाले चार-चार वाक्य छाँटिए।
1. गुरुदेव जरा मुस्करा दिए।
2. मैं जब यह कविता पढ़ता हूँ।
Answer :
- अकर्मक क्रिया :–
(i) एक दिन वह मैना उड़ गई।
(ii) वह हंसकर पूछते थे।
(iii) रविंद्रनाथ के लिए उस पेड़ पर चढ़ सकना असंभव था।
(iv) एक लंगडी मैना फुदक रही थी।
(v) मैं चुपचाप सुनता जा रहा था।
- सकर्मक क्रिया :–
(i) आश्रम के अधिकांश लोग बाहर चले गये थे।
(ii) तीन-चार वर्ष से मैं एक नए मकान में रहने लगा हूँ।
(iii) गुरुदेव ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा।
(iv) हम लोग उस कुत्ते के आनंद को देखने लगे।
(v) इतनी ही स्वीकृति पाकर ही उसके अंग-अंग में आनंद का प्रवाह बह उठता है।
Question: 8 निम्नलिखित वाक्यों में कर्म के आधार पर क्रिया-भेद बताइए
(क) मीना कहानी सुनाती है।
(ख) अभिनव सो रहा है।
(ग) गाय घास खाती है।
(घ) मोहन ने भाई को गेंद दी।
(ङ) लड़कियाँ रोने लगीं।
Answer :
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया भेद इस प्रकार है :–
(i) मीना कहानी सुनाती है। – सकर्मक क्रिया
(ii) अभिनव सो रहा है। – अकर्मक क्रिया
(iii) गाय घास खाती है। – सकर्मक क्रिया
(iv) मोहन ने भाई को गेंद दी। – सकर्मक क्रिया
(v) लड़कियाँ रोने लगीं। – अकर्मक क्रिया
Question: 9 नीचे पाठ में से शब्द-युग्मों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं , जैसे- समय-असमय , अवस्था-अनवस्था इन शब्दों में ‘अ’ उपसर्ग लगाकर नया शब्द बनाया गया है। पाठ में से कुछ शब्द चुनिए और उनमें ‘अ’ एवं ‘अन्’ उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाइए।
Answer :
- “अ” उपसर्ग वाले शब्द :–
कुशल – अकुशल
मूल्य – अमूल्य
स्थान – अस्थान
भाव – अभाव
नियमित – अनियमित
संभव – असंभव
शांत – अशांत
विश्वास – अविश्वास
स्वीकार – अस्वीकार
- “अन” उपसर्ग वाले शब्द :–
उपस्थित – अनुपस्थित
उपयोग – अनुपयोग
अवस्था – अनावस्था
उद्देश्य – अनुद्देश्य
पाठेतर सक्रियता
Question: 1 पशु-पक्षियों पर लिखी कविताओं का संग्रह करें और उनके चित्रों के साथ उन्हें प्रदर्शित करें।
Answer :
छात्र उन्हें प्रदर्शित स्वयं करें।
Question: 2 हजारीप्रसाद द्विवेदी के कुछ अन्य मर्मस्पर्शी निबंध, जैसे- ‘अशोक के फूल’ और ‘नाखून क्यों बढ़ते हैं’ पढ़िए।
Answer :
छात्र मर्मस्पर्शी निबंध स्वयं पढ़े।
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