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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do bailon ki katha Questions and Answers
The NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 – दो बैलों की कथा provide comprehensive answers to all textbook questions. This famous story by Premchand follows the journey of two oxen, Heera and Moti, whose strong friendship helps them overcome challenges. Our solutions include:
1. Detailed explanations of all chapter questions 2. Analysis of characters and their relationships 3. Important moral values from the story 4. Grammar exercises related to the chapter 5. Vocabulary building activities
Key highlights of the chapter: – The story emphasizes the bond between animals – Shows the importance of freedom and dignity – Contains valuable life lessons about trust and cooperationThe solutions are prepared by experienced Hindi teachers following the latest CBSE curriculum. Students can use these answers to improve their understanding of the chapter and prepare effectively for exams. The PDF version includes additional practice questions and model answers for better preparation.
प्रश्न 1.काजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
उत्तर. काजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी इसलिए ली जाती होगी ताकि वहाँ रखे गए पशुओं की उपस्थिति दर्ज हो जाए और यह पता चल सके कि सभी पशु सही–सलामत हैं तथा कोई पशु भागा नहीं है। हाजिरी लेना सरकारी नियम और निगरानी प्रक्रिया का हिस्सा था, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता था कि वहाँ रखे पशुओं की संख्या में किसी प्रकार की कमी या गड़बड़ी न हो।
- स्वास्थ्य की जांच: पशुओं की हाजिरी लेने से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि सभी पशु स्वस्थ हैं और किसी प्रकार की बीमारी से ग्रस्त नहीं हैं। इससे पशुओं की देखभाल और उपचार की प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सकता है।
- सुरक्षा और निगरानी: हाजिरी लेने से यह सुनिश्चित होता है कि सभी पशु सुरक्षित हैं और किसी भी प्रकार की दुर्घटना या हमले से बचाए जा सकें। यह सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
- प्रबंधन और रिकॉर्ड कीपिंग: हाजिरी लेने से पशुओं के प्रबंधन में आसानी होती है। इससे यह भी पता चलता है कि कितने पशु हैं और उनकी संख्या में कोई बदलाव आया है या नहीं।
- कानूनी आवश्यकताएँ: कई बार कानूनी या प्रशासनिक कारणों से भी हाजिरी ली जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पशु उचित तरीके से रखे जा रहे हैं और उनके साथ कोई अनुचित व्यवहार नहीं हो रहा है।
प्रश्न 2. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया ?
उत्तर. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम इसलिए उमड़ आया क्योंकि उसने देखा कि बैलों को बिना वजह मारा-पीटा जा रहा था। वे थके हुए और दुखी थे। उनकी बेचारगी देखकर बच्ची का दिल पिघल गया और उसने उनके प्रति करुणा और स्नेह महसूस किया।
उनकी दयनीय अवस्था देखकर बच्ची ने उन्हें सहलाया, प्यार किया और उनके दुःख को समझते हुए रोने लगी।
प्रश्न 3. कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषयक मूल्य उभर कर आए हैं ?
उत्तर. कहानी में बैलों के माध्यम से कई नीति विषयक मूल्य उभर कर आते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
1. मित्रता और निष्ठा –
हीरा और मोती हर परिस्थिति में एक-दूसरे का साथ देते हैं। वे सुख-दुख में कभी अलग नहीं होते।
2. अन्याय के विरुद्ध साहस –
मोती अत्याचार सहन नहीं करता। वह गलत कामों और मारपीट का विरोध करता है।
3. कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी –
बैलों को चोरी से खेत जुताने ले जाया गया, लेकिन उन्होंने गलत काम में सहयोग नहीं किया।
4. एकता की शक्ति –
दोनों बैल मिलकर हर कठिन स्थिति का सामना करते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं।
5. दया और करुणा का मूल्य –
बच्ची ने बैलों की दयनीय हालत देखकर करुणा दिखाई, जिससे प्रेम और संवेदनशीलता का मूल्य उभरता है।
6. अहिंसा और पशु-प्रेम –
कहानी बताती है कि जानवर भी संवेदनशील होते हैं और उनके साथ प्रेम और सभ्यता से व्यवहार किया जाना चाहिए।
प्रश्न 4. प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे के किन स्वभाव गत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ अर्थ मूर्ख का प्रयोग ना कर किस अर्थ की ओर संकेत किया है?
उत्तर. प्रेमचंद ने कहानी में गधे के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं को उजागर किया है, जो उसके प्रति रूढ़ अर्थ ‘मूर्ख’ के प्रयोग को चुनौती देती हैं। ये विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- धैर्य और सहनशीलता: गधा एक ऐसा जानवर है जो कठिन परिश्रम करता है और धैर्यपूर्वक काम करता है। उसकी सहनशीलता यह दर्शाती है कि वह कठिनाइयों का सामना कर सकता है, जो उसे एक मजबूत और सक्षम जीव बनाती है।
- विश्वास और निष्ठा: गधे का स्वभाव उसे अपने मालिक के प्रति निष्ठावान बनाता है। वह अपने मालिक के आदेशों का पालन करता है और उनके प्रति वफादार रहता है, जो उसकी बुद्धिमत्ता को दर्शाता है।
- कार्यकुशलता: गधा खेतों में काम करने के लिए अत्यधिक उपयोगी होता है। उसकी कार्यकुशलता और मेहनत उसे एक महत्वपूर्ण साथी बनाती है, जो उसके मूर्ख होने के विचार को गलत साबित करती है।
- सामाजिक और पारिवारिक मूल्य: गधा अपने समुदाय में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वह अपने समूह के अन्य जानवरों के साथ सामंजस्यपूर्ण ढंग से रहता है, जो उसके सामाजिक स्वभाव को दर्शाता है।
- प्राकृतिक बुद्धिमत्ता: गधे की प्राकृतिक बुद्धिमत्ता उसे अपने परिवेश में अनुकूलित करने में मदद करती है। वह कठिन परिस्थितियों में भी अपने लिए रास्ता खोज लेता है, जो उसकी समझदारी को दर्शाता है।
प्रेमचंद ने इन विशेषताओं के माध्यम से यह संकेत दिया है कि गधा केवल एक साधारण जानवर नहीं है, बल्कि उसमें गहरी समझ, धैर्य और निष्ठा जैसे गुण हैं। इस प्रकार, वह ‘मूर्ख’ के रूढ़ अर्थ से परे एक महत्वपूर्ण और मूल्यवान जीव के रूप में उभरता है।
प्रश्न 5. किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी ?
उत्तर. हीरा और मोती की गहरी दोस्ती को दर्शाने वाली कई घटनाएँ हैं, जो उनकी आपसी समझ और सहयोग को स्पष्ट करती हैं:
- साझा बोझ उठाना: जब हीरा और मोती को हल में जोता जाता था, तो दोनों की कोशिश होती थी कि ज्यादा से ज्यादा बोझ उनकी अपनी गर्दन पर रहे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे एक-दूसरे की भलाई का ध्यान रखते थे।
- एक-दूसरे का साथ देना: जब मोती को मटर के खेत में पकड़ा गया, तो हीरा ने उसे अकेला नहीं छोड़ा और उसके साथ वापस आया। यह घटना उनकी मित्रता और वफादारी को दर्शाती है।
- सुख-दुख में साथ: दोनों बैल जब भी थक जाते थे, तो वे एक-दूसरे को चाटकर अपनी थकान मिटाते थे। यह उनके बीच की गहरी भावनात्मक बंधन को दर्शाता है।
- संकट में एकजुटता: जब उन्हें कांजीहौस में बंद किया गया, तो हीरा ने दीवार तोड़कर मोती की मदद की। यह उनकी एकजुटता और साहस को दर्शाता है।
- एक-दूसरे की रक्षा करना: जब दढ़ियल ने हीरा के कूल्हे में गोदा, तो मोती ने तुरंत उसकी रक्षा की। यह उनके बीच की गहरी मित्रता और एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाता है।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि हीरा और मोती के बीच एक गहरी दोस्ती थी, जो न केवल उनकी सहानुभूति और समझ को दर्शाती है, बल्कि उनके साहस और एकजुटता का भी प्रतीक है।
प्रश्न 6. “लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है” हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर. हीरा के कथन “लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है” के माध्यम से प्रेमचंद ने नारी के प्रति अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया है। इस कथन में यह संकेत मिलता है कि प्रेमचंद नारी जाति का अत्यधिक सम्मान करते थे।
- नारी का सम्मान: हीरा का यह कथन यह दर्शाता है कि नारी को समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त है। वह केवल एक घरेलू प्राणी नहीं है, बल्कि उसके प्रति सम्मान और आदर होना चाहिए। प्रेमचंद ने नारी के प्रति इस सम्मान को अपनी रचनाओं में बार-बार दर्शाया है।
- सामाजिक न्याय: इस कथन के माध्यम से यह भी स्पष्ट होता है कि प्रेमचंद नारी के प्रति होने वाले अत्याचारों के खिलाफ थे। वह यह मानते थे कि यदि पशु भी नारी का सम्मान करते हैं, तो मनुष्य को भी ऐसा करना चाहिए।
- मूल्य और नैतिकता: प्रेमचंद ने यह संदेश दिया है कि समाज में नारी का स्थान सर्वोपरि है और हमें उनके अधिकारों का सम्मान करना चाहिए। यह न केवल नारी के प्रति सम्मान की बात है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और मानवता की भी बात है।
- संवेदनशीलता: हीरा का यह कथन यह भी दर्शाता है कि नारी के प्रति संवेदनशीलता और सहानुभूति का भाव होना चाहिए। प्रेमचंद ने अपने लेखन के माध्यम से यह सिखाया है कि हमें सभी जीवों के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
इस प्रकार, प्रेमचंद ने अपने इस कथन के माध्यम से नारी के प्रति अपने गहरे सम्मान और संवेदनशीलता को व्यक्त किया है, जो उनके साहित्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रश्न 7. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी संबंधों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है?
उत्तर. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी संबंधों को “दो बैलों की कथा” में गहराई से व्यक्त किया गया है। इस कहानी में प्रेमचंद ने यह दर्शाया है कि किसान अपने पशुओं को केवल काम करने वाले साधन के रूप में नहीं देखते, बल्कि उन्हें परिवार का हिस्सा मानते हैं।
उदाहरण:
- स्नेह और देखभाल: झूरी, जो कि हीरा और मोती का मालिक है, उन्हें बच्चों की तरह प्यार करता है। वह उन्हें अपने से दूर नहीं करना चाहता और उनकी भलाई का ध्यान रखता है। यह दर्शाता है कि किसान अपने पशुओं के प्रति कितने संवेदनशील होते हैं।
- सहयोग और मित्रता: हीरा और मोती की दोस्ती इस बात का प्रमाण है कि पशु भी एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति और सहयोग का भाव रखते हैं। जब एक बैल को खतरा होता है, तो दूसरा बैल उसकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
- संवेदनशीलता: कहानी में यह भी दिखाया गया है कि कैसे बैल अपने मालिक के प्रति वफादार रहते हैं और उनके लिए कठिन परिश्रम करते हैं। यह संबंध केवल शारीरिक श्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव भी है।
- आधुनिकता और परंपरा: कहानी में यह भी दर्शाया गया है कि कैसे किसान अपने पशुओं के साथ परंपरागत तरीके से काम करते हैं, जो उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
इस प्रकार, प्रेमचंद ने इस कहानी के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि किसान और पशु के बीच का संबंध केवल कार्यात्मक नहीं है, बल्कि यह एक गहरा भावनात्मक और सामाजिक संबंध है। बीच के संबंधों को मानवीय भावनाओं और सामाजिक जिम्मेदारियों के साथ प्रस्तुत किया है, जो आज भी प्रासंगिक हैं।
प्रश्न 8. “इतना तो हो ही गया है कि 9 और 10 प्राणियों की जान बच गई है, वह सब तो आशीर्वाद देंगे।” मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएं बताइए है ?
उत्तर. मोती के इस कथन के आलोक में उसकी निम्नलिखित विशेषताएँ प्रकट होती हैं:
- परोपकारी स्वभाव: मोती का यह कथन दर्शाता है कि वह परोपकारी है। उसने अन्य जानवरों की जान बचाने के लिए दीवार तोड़ने का कार्य किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह दूसरों की भलाई के लिए चिंतित है।
- सच्चा मित्र: मोती हीरा का सच्चा मित्र है। वह अपने मित्र को संकट में अकेला नहीं छोड़ता और उसके साथ खड़ा रहता है, चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो।
- साहस: मोती में साहस है। वह जानता है कि दीवार तोड़ने से वह खुद भी खतरे में पड़ सकता है, फिर भी वह दूसरों की जान बचाने के लिए आगे आता है।
- आशावादी दृष्टिकोण: मोती का यह विश्वास कि बचाए गए जानवर उसे आशीर्वाद देंगे, उसकी आशावादिता को दर्शाता है। वह सकारात्मक सोचता है और दूसरों की भलाई में विश्वास रखता है।
इस प्रकार, मोती का यह कथन उसकी दयालुता, मित्रता, साहस और आशावादिता को उजागर करता है।
प्रश्न 9. आशय स्पष्ट कीजिए:-
(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवो में श्रेष्ठता का दावा करनेवाला मनुष्य वंचित है।
(ख) उसे एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती है :पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया।
उत्तर. (क) हीरा और मोती बिना कोई वचन कहे एक -दूसरे के प्रति अच्छी बातें सोचते थे ।लेकिन मनुष्य अपने आपको सब प्राणियों में सबसे ऊंचा मानता है ,किंतु उसमें भी यह शक्ति नहीं होती है ,कि दूसरे के मलिन भावों को समझ सके।
(ख) हीरा और मोती गया के घर में बंदी बनाए हुए थे। गया ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया था ।लेकिन एक लड़की ने उन्हें एक रोटी खिला दी, लेकिन इससे हीरा और मोती की भूख कम नहीं हुई थी पर उन्होंने बालिका के प्रेम का अनुभव कर लिया और प्रसन्न हो उठे ।
प्रश्न 10. गया ने हीरा मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि :-
(क) गया पराए बैैैलो पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।
(ख) गरीबी के कारण खाली आदि खरीदना उसके बस की बात ना थी।
(ग) वह हीरा मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।
(घ) उसे खाली आदि सामग्री की जानकारी ना थी।
उत्तर. गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि:
(ग) वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।
यह दर्शाता है कि गया अपने बैलों के प्रति असंतोष और नाराजगी महसूस करता था, जिसके कारण उसने उन्हें उचित भोजन देने में कंजूसी की।
रचना और अभिव्यक्ति:
प्रश्न11. हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी सही। हीरा-मोती की इस प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।
उत्तर: हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई, जो कि उनके साहस और आत्म-सम्मान का प्रतीक है। जब उन्होंने अपने मालिक गया के अत्याचारों का विरोध किया, तो उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। यह स्थिति हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या शोषण के खिलाफ उठाई गई आवाज हमेशा प्रताड़ना का कारण बनती है?
तर्क:
- स्वतंत्रता का अधिकार: हीरा और मोती का शोषण के खिलाफ खड़ा होना उनके स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करने का प्रयास था। यह दर्शाता है कि सभी जीवों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने का हक है, चाहे परिणाम कुछ भी हो।
- सामाजिक न्याय: जब उन्होंने अन्य जानवरों के प्रति हो रहे अन्याय का विरोध किया, तो यह केवल उनके लिए नहीं, बल्कि सभी शोषित प्राणियों के लिए एक संदेश था। यह दिखाता है कि शोषण के खिलाफ आवाज उठाना न केवल व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि समाज में न्याय की स्थापना के लिए भी आवश्यक है।
- सहनशीलता और प्रतिरोध: हीरा और मोती की कहानी यह भी दर्शाती है कि सहनशीलता की एक सीमा होती है। जब अत्याचार बढ़ता है, तो प्रतिरोध करना आवश्यक हो जाता है। उनका प्रतिरोध केवल उनके लिए नहीं, बल्कि सभी प्राणियों के लिए एक प्रेरणा बन गया।
निष्कर्ष: हीरा और मोती का शोषण के खिलाफ खड़ा होना हमें यह सिखाता है कि हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए, भले ही इसके लिए हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़े। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि स्वतंत्रता और न्याय के लिए संघर्ष करना कभी व्यर्थ नहीं होता।
प्रश्न12. क्या आपको लगता है कि यह कहानी आजादी की कहानी की ओर भी संकेत करती है?
उत्तर: कहानी “दो बैलों की कथा” में हीरा और मोती की यात्रा को आज़ादी की कहानी के रूप में देखा जा सकता है। यह कहानी न केवल दो बैलों की मित्रता और संघर्ष को दर्शाती है, बल्कि यह स्वतंत्रता की खोज और अन्याय के खिलाफ विद्रोह का प्रतीक भी है।
हीरा और मोती, जो अपने मालिक झूरी के प्रति गहरी निष्ठा रखते हैं, जब गया के घर भेजे जाते हैं, तो उन्हें वहाँ अपमानित और शोषित किया जाता है। यह स्थिति उनके लिए असहनीय होती है, और वे अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करते हैं। जब वे कांजीहौस में बंद होते हैं, तो वे अपने साथियों की जान बचाने के लिए दीवार तोड़ने का साहस दिखाते हैं।
इस प्रकार, उनकी यात्रा और संघर्ष आज़ादी की खोज का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि स्वतंत्रता केवल एक अधिकार नहीं है, बल्कि इसके लिए संघर्ष करना पड़ता है। कहानी में हीरा और मोती का साहस और एकता हमें यह सिखाती है कि जब भी अन्याय हो, हमें आवाज उठानी चाहिए और अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए।
इसलिए, यह कहानी न केवल पशुओं की कहानी है, बल्कि यह मानवता की भी कहानी है, जो हमें सिखाती है कि स्वतंत्रता और न्याय के लिए संघर्ष करना आवश्यक है।
प्रश्न 13. बस इतना ही काफ़ी है।
फिर मैं भी चोट लगाता हूँ।
‘ही’, ‘भी वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में पाँच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ हो।
उत्तर: किसी भी भाषा में निपात का उपयोग वाक्य में विशेष अर्थ या जोर देने के लिए किया जाता है। यहाँ पर कुछ वाक्य दिए गए हैं जिनमें निपात का प्रयोग हुआ है:
- “बस इतना ही काफ़ी है।”
- यहाँ “बस” निपात है जो यह दर्शाता है कि यही पर्याप्त है।
- “फिर मैं भी चोट लगाता हूँ।”
- “भी” निपात है, जो यह बताता है कि मैं भी ऐसा कर सकता हूँ।
- “तुम भी यहाँ आओ।”
- “भी” यहाँ पर यह संकेत करता है कि अन्य लोग आ चुके हैं और तुम भी आओ।
- “यहाँ तो सब कुछ ठीक है।”
- “तो” निपात है, जो स्थिति को और स्पष्ट करता है।
- “सच में, तुम बहुत अच्छे हो।”
- “सच में” निपात है, जो बात की सत्यता पर जोर देता है।
इन वाक्यों में निपात का प्रयोग विशेष अर्थ देने और वाक्य के भाव को स्पष्ट करने के लिए किया गया है।
प्रश्न14.रचना के आधार पर वाक्य के भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसके भी भेद लिखिए:
(क) दीवार का गिरना था कि अधमरे से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।
(ख) सहसा एक दढ़ियल आदमी, जिसकी आँखे लाल थी और मुद्रा अत्यन्त कठोर, आया।
(ग) हीरा ने कहा-गया के घर से नाहक भागे।
(घ) मैं बेचूँगा, तो बिकेंगे।
(ड)अगर वह मुझे पकड़ता, तो मैं बे-मारे न छोडता।
उत्तर:
(क) यह एक जटिल वाक्य है क्योंकि इसमें एक मुख्य वाक्य (“अधमरे से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे”) और एक उपवाक्य (“दीवार का गिरना था”) है।
(ख) यह एक जटिल वाक्य है, जिसमें एक मुख्य वाक्य और एक उपवाक्य शामिल है।
(ग) यह एक साधारण वाक्य है, जिसमें एक ही विचार को व्यक्त किया गया है।
(घ) यह एक संयुक्त वाक्य है, जिसमें दो विचार जुड़े हुए हैं।
(ङ) यह एक संयुक्त वाक्य है, जिसमें दो विचार जुड़े हुए हैं।
प्रश्न15. कहानी में जगह – जगह पर मुहावरों का प्रयोग हुआ है कोई पाँच मुहावरे छाँटिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर: मुहावरे और उनके प्रयोग
आसमान से गिरना
अर्थ: अचानक बहुत बड़ा नुकसान होना
उदाहरण: जब कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को निकाल दिया, तो उसके मालिक को आसमान से गिरने जैसा अनुभव हुआ।
टकटकी लगाना
अर्थ: निरंतर देखना
उदाहरण: वह दरवाजे पर टकटकी लगाए देखता रहा, जैसे कि कोई महत्वपूर्ण घटना घटने वाली हो।
दांतों पसीना आना
अर्थ: कठिन परिश्रम करना
उदाहरण: इतना भारी सामान उठाते उसे दांतों पसीना आ गया, लेकिन उसने हार नहीं मानी।
जी तोड़ काम करना
अर्थ: बहुत मेहनत करना
उदाहरण: मोहन ने फर्स्ट आने के लिए जी तोड़ काम किया, और अंततः उसे सफलता मिली।
ग़म खाना
अर्थ: धैर्य रखना
उदाहरण: कम खाना मिलने पर भी हीरा और मोती ग़म खा जाते, क्योंकि वे जानते थे कि कठिनाइयाँ अस्थायी हैं।
दो बैलों की कथा अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर
प्रश्न१. हीरा और मोती के स्वामी का क्या नाम था?
उत्तर: हीरा और मोती के स्वामी का नाम झूरी था।
प्रश्न२. दो बैलों की कथा किस लड़ाई और संकेत करती है?
उत्तर: दो बैलों की कथा आजादी की लड़ाई की ओर संकेत करती है।
इस आर्टिकल को पढ़ कर आपने कितना सीखा है। कृप्या इन प्रश्नों का उत्तर कॉमेंट बॉक्स में देने की कोशिश करे और अपनी प्रगति को पहचाने ?:
१. प्रेमचंद जी का जन्म कोन सी सन् में हुआ था?
२. झुरी ने बैलों को किसे और क्यों दिया था?
३. झुरी की पत्नी ने बैलों का माथा क्यों चूम लिया?
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